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गुरुवार, 22 अक्तूबर 2020

#गोबर की टाइल्स | #बिजनेस से मुनाफ़ा | #Dungtiles | Profits from #Business #VedicTiles

गोबर की टाइल्स बनाने का काम, 
मिलेगा बेहतर मुनाफा!


अगर मन में कुछ बड़ा करने की ठान लो, तो सफलता आपके कदम चूमने लगती है. यह कहावत आप एक ऐसे बिजनेस को शुरू करके साबित कर सकते हैं, जो आपको मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा देगा. यह बिजनेस गोबर की टाइल्स बनाने का है. खास बात है कि इस बिजनेस को आप बेसहारा गायों की मदद से आसानी से शुरू कर सकते हैं. इन बेसहारा गायों का गोबर आपकी किस्मत बदल देगा.
गोबर से तैयार की गई टाइल्स दिखने में बेहद खूबसूरत होती हैं. इसके साथ ही कमरे के लिए एसी की तरह भी काम करती हैं. बता दें कि गर्मियों के दिनों में आम तौर पर तापमान बढ़ जाता है. ऐसे में अगर गोबर की टाइल्स लगाई जाएं, तो कमरे का तापमान मे 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक कम हो जाता है.

इस बिजनेस को गांव और शहर, दोनों जगह के लोग आसानी से शुरू कर सकते हैं. आइए आपको गोबर से बनने वाली टाइल्स के बिजनेस संबंधी कुछ ज़रूरी जानकारी देते हैं.

क्या है गोबर की टाइल्स बनाने का बिजनेस

इस बिजनेस में आपको लोगों के अनुसार टाइल्स का निर्माण करना होगा. सभी जानते हैं कि आजकल नए-नए तरीकों से लोग अपने घर बनवाते हैं, जिनमें कई तरह की टाइल्स का उपयोग किया जाता है. आपको भी गोबर से बनी टाइल्स बनाकर उपलब्ध करानी होंगी. यह बिजनेस आपको काफी अच्छा मुनाफ़ा दे सकता है, क्योंकि गर्मियों में गोबर की टाइल्स लगाने से तापमान में 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक कम हो जाता है.

गोबर से तैयार उत्पाद

मूर्तियां
कलाकृतियां
चप्पल
मोबाइल कवर
चाभी रिंग आदि तैयार कर सकते हैं.

बिजनेस की लागत

इस बिजनेस में आपको ज्यादा लागत लगाने की आवश्कयता नहीं होगी. बस आपको एक कारखाना किराए पर लेना होगा. अगर आपके पास खुद की जगह है, तो बहुत अच्छा रहेगा, क्योंकि इससे लागत की बचत होगी. यहां आप गोबर को अच्छा तरह सुखा सकते हैं. इसके अलावा गोबर का चूरा बनाने की मशीन की व्यवस्था करनी होगी. कुल मिलाकर इस बिजनेस को शुरू करने में 50 हजार से 1 लाख रुपए तक की लागत लग जाएगी. इस मशीन की अधिक जानकारी के लिए https://bit.ly/3ia6qtN पर विजिट कर सकते हैं.

ऐसे बनाएं गोबर की टाइल्स

इस बिजनेस में भारतीय नस्ल की गायों के गोबर का उपयोग कर सकते हैं. सबसे पहले गोबर को तकरीबन 2 दिन तक सुखाया जाता है. इसके बाद मशीन के जरिए चूरा बनाया जाता है. जब गोबर का चूरा तैयार हो जाए, तो इसमें खास किस्म की जड़ी बूटियां मिलाई जाती हैं. इसके लिए चंदन पाउडर, कमल के पत्ते, नील गिरी के पत्ते का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यह शुद्धता और ठंडक प्रदान करती हैं. इसी तरह जो जड़ी बूटियां ठंडक समेत अन्य राहत देती हैं, उन्हें मिला सकते हैं. इनका पेस्ट तैयार किया जाता है, जिसको अलग-अलग सांचे में रखकर उनका ब्रिक्स तैयार किया जाता है. इसके बाद ऑर्डर के हिसाब से टाइल्स बनाई जाती हैं.

राष्ट्रीय कामधेनु योजना करेगी मदद

इस बिजनेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय कामधेनु योजना मदद करेगी. आप इस य़ोजना के तहत देसी गाय और बैलों की नस्ल को बचाने के लिए प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं. इसमें सरकार की तरफ से पूरी मदद की जाती है.

गोबर की टाइल्स की खासियत
 
यह टाइल्स घर के लिए बहुत फायदेंमद हैं. इन टाइल्स से बने फर्श पर गर्मियों में नंगे पैर टहलने से ठंडक मिलती है. इसके साथ ही हमारे शरीर के अनुसार तापमान मिलता है. इतना ही नहीं बिजली की बचत भी होती है. इसके जरिए शहरों में गांव जैसे कच्चे मिट्टी के घरों का आनंद उठा सकते हैं. यह टाइल्स घर की हवा को शुद्ध करती हैं, साथ ही यह प्रदूषण से मुक्त होती हैं. बता दें कि एक वर्ग फुट एरिया में इसकी लागत 15 से 20 रुपए आती है.

बिजनेस से मुनाफ़ा

आप इस बिजनेस से अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं, क्योंकि सालभर लोग अपने घरों का निर्माण कराते हैं. इस दौरान बाजार में टाइल्स की मांग बनी रहती है. अगर आप अपने बिजनेस की अच्छी मार्केटिंग करते हैं, तो यह आपको सालभर में लखपति तो बना ही देगा.


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यह पोस्ट में दी गयी जानकारी धार्मिक विश्वास एवं आस्था एवं ग्रन्थों से पर आधारित है जो पूर्णता वैज्ञानिक नहीं है

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