Helth is Welth , he Helth Sutra
*एक डेढ़ अनुपात कप, पालक रसचौलाइ,
चीनी सँग लें बीसदिन,पथरी दे न दिखाइ।*
*खीरेका रस लीजिये,कुछ दिन तीस ग्राम,
लगातार सेवन करें, पथरी से आराम।*
लगातार सेवन करें, पथरी से आराम।*
*बैगन भुर्ता बीज बिन,पन्द्रह दिनगर खाय,
गल-गल करकेआपकी,पथरी बाहर आय।*
गल-गल करकेआपकी,पथरी बाहर आय।*
*लेकर कुलथी दाल को,पतली मगरबनाय,
इसको नियमित खायतो,पथरी बाहर आय।*
इसको नियमित खायतो,पथरी बाहर आय।*
*दामिड़ (अनार) छिलका सुखाकर,पीसे चूरबनाय,
सुबह-शाम जल डाल कम,पी मुँह बदबू जाय।*
सुबह-शाम जल डाल कम,पी मुँह बदबू जाय।*
*चूना घी और शहद को, ले सम भागमिलाय,
बिच्छू को विष दूर हो,इसको यदि लगाय।*
बिच्छू को विष दूर हो,इसको यदि लगाय।*
*गरम नीर को कीजिये, उसमें शहदमिलाय,
तीन बार दिन लीजिये,तो जुकाम मिट जाय।*
तीन बार दिन लीजिये,तो जुकाम मिट जाय।*
*अदरक रस मधु(शहद) भाग सम, करेंअगर उपयोग,
दूर आपसे होयगा, कफऔ खाँसी रोग।*
दूर आपसे होयगा, कफऔ खाँसी रोग।*
*ताजे तुलसी-पत्र का, पीजे रस दसग्राम,
पेट दर्द से पायँगे, कुछ पलका आराम।*
पेट दर्द से पायँगे, कुछ पलका आराम।*
*बहुत सहज उपचार है, यदि आग जलजाय,
मींगी पीस कपास की, फौरनजले लगाय।*
मींगी पीस कपास की, फौरनजले लगाय।*
*रुई जलाकर भस्म कर, वहाँ करेंभुरकाव,
जल्दी ही आराम हो, होयजहाँ पर घाव।*
जल्दी ही आराम हो, होयजहाँ पर घाव।*
*नीम-पत्र के चूर्ण मैं, अजवायन इक ग्राम,
गुण संग पीजै पेट के, कीड़ों से आराम।*
गुण संग पीजै पेट के, कीड़ों से आराम।*
*दो-दो चम्मच शहद औ, रस ले नीमका पात,
रोग पीलिया दूर हो, उठे पिये जो प्रात।*
रोग पीलिया दूर हो, उठे पिये जो प्रात।*
*मिश्री के संग पीजिये, रस ये पत्ते नीम,
पेंचिश के ये रोग में, काम न कोई हकीम।*
पेंचिश के ये रोग में, काम न कोई हकीम।*
*हरड बहेडा आँवला चौथी नीम गिलोय,
पंचम जीरा डालकर सुमिरन काया होय।*
पंचम जीरा डालकर सुमिरन काया होय।*
*सावन में गुड खावै,
सो मौहर बराबर पावै।*
सो मौहर बराबर पावै।*
*जीवन में है स्वास्थ्य के तीन प्रमुख आयाम,
पौष्टिक भोजन, संयमी और प्रतिदिन व्यायाम।*
पौष्टिक भोजन, संयमी और प्रतिदिन व्यायाम।*
*प्रात: जल सेवन करें, और दोपहर में छाछ,
दूध गुनगुना रात्रि में व्याधि न आती पास।*
दूध गुनगुना रात्रि में व्याधि न आती पास।*
*हरी, बरी और करी है, शत्रु स्वास्थ्य के तीन,
विजय मिले जो इन्द्रियों, को रखे निज आधीन।*
विजय मिले जो इन्द्रियों, को रखे निज आधीन।*
*पेय पदार्थो में सभी, जल होता है श्रेष्ठ,
जल जीवन है सभी का, जीव जन्तु या सृष्टि ।*
जल जीवन है सभी का, जीव जन्तु या सृष्टि ।*
*सूर्योदय से पूर्व जल, पीता तीन गिलास,
वैद्य कभी आते नहीं, उस मानव के पास।*
वैद्य कभी आते नहीं, उस मानव के पास।*
*नकारात्मक सोचना, और मानसिक तनाव,
दे जाते बीमारियाँ, हमें थोक के भाव
दे जाते बीमारियाँ, हमें थोक के भाव
Helth is Welth The Helth Sutra 150 Ayurvedic Health Tips || Non Stop 150 Health Tips by Rajiv dixit