अगर आप घर बैठे कम पैसे में ज्यादा प्रॉफिट के बारे में सोच रहे हैं तो चप्पल बनाने का कारोबार आपके लिए बेहतरीन मौके दे सकता है। इस बिजनेस की खास बात यह है कि चाहे गांव हो या शहर हर जगह चप्पलों की डिमांड होती है। ऐसे में आपको अपना प्रोडक्ट बेचने में किसी तरह की खास परेशानी नहीं आएगी। आप इसे किसी छोटी जगह पर भी शुरू कर सकते हैं और डिमांड बढने के साथ साथ इसे आसानी के साथ बढ़ा सकते हैं। आम तौर पर इस बिजनेस में 1 से 2 लाख रुपए की लगात आती है। धंधा चल गया तो आप डेढ़ लाख रुपए महीने तक भी कमा सकते हैं। आइए जानते हैं इस बिजनेस से जुड़ी बातों के बारे में...
आमतौर पर एक जोड़ी चप्पल की लागत 20 से 30 रुपए के बीच आती है। वहीं इन्हें आप थोक में आसानी से 40 से 50 रुपए में आसानी से बेच सकते हैं। बिजली समेत अन्य खर्चों को निकाल दिया जाए तो एक चप्पल पर मैन्युफक्चरर को 10 रुपए का मुनाफा होता है। मशीन एक घंटे में करीब 80 चप्पलें तैयार कर देती है। दिन के आठ घंटों में करीब 640 जोड़ी चप्पलों का प्रोडक्शन हो सकता है। इसमें आपको करीब 6400 रुपए की इनकम होती है। हफ्ते में दिन प्रोडक्शन के हिसाब से यह इनकम 38,400 रुपए और महीने में करीब 1.5 लाख ठहरती है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त डिमांड हो।
बिजनेस शुरू करने के लिए जरूरी चीजें
1- सोल कटिंग मशीन: 70 हजार से शुरू
2- सोल प्रिंटिंग मशीन: 20 हजार से शुरू
3- ग्राइंडिंग मशीन: 8 हजार से शुरू
रॉ मैटेरियल
1- शीट: 300 से 750 रुपए प्रति
2- स्ट्रिप (फीता): 5 रुपए प्रति पेयर
ऐसे तैयार होती है चप्पल
गजियाबाद में चप्पल बनाने की फैक्ट्री चलाने वाले राजकुमार के मुताबिक, आप चप्पल बनाने का काम घर पर या किसी छोटे कॉमर्शियल स्पेस में शुरू कर सकते हैं । इसके लिए आपको एक दो तीन छोटी मीशीनों की ही जरूरत होती है। सबसे पहले आपको रबर शीट को किसी खास नंबर के सांच में डाल कर सोल कटिंग मशीन में काटना होता है। सामान्य मशीन में कटिंग के साथ चप्पल की स्ट्रिप के लिए सुराख भी हो जाता है। आप ग्राइंडिंग मशीन से चप्पल के खुरदुरे हिस्सों को चिकना कर सकते हैं। इसके बाद नंबर के हिसाब से स्ट्रिप डाल दें। बस आपकी चप्पल तैयार हो गई।
कितनी कमाई ?
आमतौर पर एक जोड़ी चप्पल की लागत 20 से 30 रुपए के बीच आती है। वहीं इन्हें आप थोक में आसानी से 40 से 50 रुपए में आसानी से बेच सकते हैं। बिजली समेत अन्य खर्चों को निकाल दिया जाए तो एक चप्पल पर मैन्युफक्चरर को 10 रुपए का मुनाफा होता है। मशीन एक घंटे में करीब 80 चप्पलें तैयार कर देती है। दिन के आठ घंटों में करीब 640 जोड़ी चप्पलों का प्रोडक्शन हो सकता है। इसमें आपको करीब 6400 रुपए की इनकम होती है। हफ्ते में दिन प्रोडक्शन के हिसाब से यह इनकम 38,400 रुपए और महीने में करीब 1.5 लाख ठहरती है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त डिमांड हो।
कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन ?
अगर आप छोटे लेवल पर चप्पलें बनाकर खुद ही मार्केट में बेचना चाहते हैं तो आप घर पर छोटी मशीन लगाकर शुरू कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको बड़े लेवल पर कारोबार शुरू करना है तो आपको अपने बिजनेस को एमएसएमई के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके अलावा आपको अपने ब्रांड का पंजीकरण दाखिल कराना होगा। साथ ही ट्रेड लाइसेंस, फर्म का चालू खाता, पैन कार्ड आदि की भी जरूरत पड़ेगी। उद्योग आधार रजिस्टेशन होने पर आप स्लीपर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के लिए मुद्रा लोन भी हासिल कर सकते हैं।
कहां से लें ट्रेनिंग?
मशिन की मदद से चप्पलें बनाना आसान होता है। हालांकि बेहतर अगर आप इस बिजनेस में प्रवेश से पहले इसकी ट्रेनिंग जरूर कर लें। ट्रेनिंग के लिए आप खादी ग्रामोउद्योग से संपर्क कर सकते है। आप kvic.org.in पर विजिट करके ट्रेनिंग से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने क्षेत्र के जिला उद्योग केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं। यहां आपको ट्रेनिंग और बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगा।
कहां से खरीदें रॉ मैटेरियल?
आप अपने आस-पास के बड़े इंडस्ट्रियल क्षेत्रों जैसे यूपी में कानपुर, गाजियाबाद, पंजाब में धुलियाना, दिल्ली, मुंबई, इंदौर जैसे शहरों मशीनों और रॉ मैटेरियल की खरीददारीकर सकते हैं। अगर ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप अलीबाबा होल सेल और इंडिया मार्ट जैसी वेबसाइट पर भी आसानी के साथ मशीन और रॉ मैटेरियल सेलर्स से कॉन्ट्रैक्ट कर सकते हैं।
#चप्पल बनाने का काम शुरू करें चप्पल #उद्योग #Slipper Making #Machine
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आमतौर पर एक जोड़ी चप्पल की लागत 20 से 30 रुपए के बीच आती है। वहीं इन्हें आप थोक में आसानी से 40 से 50 रुपए में आसानी से बेच सकते हैं। बिजली समेत अन्य खर्चों को निकाल दिया जाए तो एक चप्पल पर मैन्युफक्चरर को 10 रुपए का मुनाफा होता है। मशीन एक घंटे में करीब 80 चप्पलें तैयार कर देती है। दिन के आठ घंटों में करीब 640 जोड़ी चप्पलों का प्रोडक्शन हो सकता है। इसमें आपको करीब 6400 रुपए की इनकम होती है। हफ्ते में दिन प्रोडक्शन के हिसाब से यह इनकम 38,400 रुपए और महीने में करीब 1.5 लाख ठहरती है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त डिमांड हो।
बिजनेस शुरू करने के लिए जरूरी चीजें
1- सोल कटिंग मशीन: 70 हजार से शुरू
2- सोल प्रिंटिंग मशीन: 20 हजार से शुरू
3- ग्राइंडिंग मशीन: 8 हजार से शुरू
रॉ मैटेरियल
1- शीट: 300 से 750 रुपए प्रति
2- स्ट्रिप (फीता): 5 रुपए प्रति पेयर
ऐसे तैयार होती है चप्पल
गजियाबाद में चप्पल बनाने की फैक्ट्री चलाने वाले राजकुमार के मुताबिक, आप चप्पल बनाने का काम घर पर या किसी छोटे कॉमर्शियल स्पेस में शुरू कर सकते हैं । इसके लिए आपको एक दो तीन छोटी मीशीनों की ही जरूरत होती है। सबसे पहले आपको रबर शीट को किसी खास नंबर के सांच में डाल कर सोल कटिंग मशीन में काटना होता है। सामान्य मशीन में कटिंग के साथ चप्पल की स्ट्रिप के लिए सुराख भी हो जाता है। आप ग्राइंडिंग मशीन से चप्पल के खुरदुरे हिस्सों को चिकना कर सकते हैं। इसके बाद नंबर के हिसाब से स्ट्रिप डाल दें। बस आपकी चप्पल तैयार हो गई।
कितनी कमाई ?
आमतौर पर एक जोड़ी चप्पल की लागत 20 से 30 रुपए के बीच आती है। वहीं इन्हें आप थोक में आसानी से 40 से 50 रुपए में आसानी से बेच सकते हैं। बिजली समेत अन्य खर्चों को निकाल दिया जाए तो एक चप्पल पर मैन्युफक्चरर को 10 रुपए का मुनाफा होता है। मशीन एक घंटे में करीब 80 चप्पलें तैयार कर देती है। दिन के आठ घंटों में करीब 640 जोड़ी चप्पलों का प्रोडक्शन हो सकता है। इसमें आपको करीब 6400 रुपए की इनकम होती है। हफ्ते में दिन प्रोडक्शन के हिसाब से यह इनकम 38,400 रुपए और महीने में करीब 1.5 लाख ठहरती है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त डिमांड हो।
कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन ?
अगर आप छोटे लेवल पर चप्पलें बनाकर खुद ही मार्केट में बेचना चाहते हैं तो आप घर पर छोटी मशीन लगाकर शुरू कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको बड़े लेवल पर कारोबार शुरू करना है तो आपको अपने बिजनेस को एमएसएमई के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके अलावा आपको अपने ब्रांड का पंजीकरण दाखिल कराना होगा। साथ ही ट्रेड लाइसेंस, फर्म का चालू खाता, पैन कार्ड आदि की भी जरूरत पड़ेगी। उद्योग आधार रजिस्टेशन होने पर आप स्लीपर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के लिए मुद्रा लोन भी हासिल कर सकते हैं।
कहां से लें ट्रेनिंग?
मशिन की मदद से चप्पलें बनाना आसान होता है। हालांकि बेहतर अगर आप इस बिजनेस में प्रवेश से पहले इसकी ट्रेनिंग जरूर कर लें। ट्रेनिंग के लिए आप खादी ग्रामोउद्योग से संपर्क कर सकते है। आप kvic.org.in पर विजिट करके ट्रेनिंग से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने क्षेत्र के जिला उद्योग केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं। यहां आपको ट्रेनिंग और बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगा।
कहां से खरीदें रॉ मैटेरियल?
आप अपने आस-पास के बड़े इंडस्ट्रियल क्षेत्रों जैसे यूपी में कानपुर, गाजियाबाद, पंजाब में धुलियाना, दिल्ली, मुंबई, इंदौर जैसे शहरों मशीनों और रॉ मैटेरियल की खरीददारीकर सकते हैं। अगर ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप अलीबाबा होल सेल और इंडिया मार्ट जैसी वेबसाइट पर भी आसानी के साथ मशीन और रॉ मैटेरियल सेलर्स से कॉन्ट्रैक्ट कर सकते हैं।
#चप्पल बनाने का काम शुरू करें चप्पल #उद्योग #Slipper Making #Machine
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