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शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024

MSME LOAN : जानिए क्या है ये स्कीम, कैसी है प्रक्रिया, कितना और कैसे मिलेगा लोन

📌 *_सस्ता, तुरंत और ज्यादा लोन के लिए करे यू अपने क्रेडिट स्कोर को दुरस्त, अपनाये ये उपाय_*

MSME लोन (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम लोन)
MSME लोन (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम लोन)


एसबीआई समेत कई बैंकों ने होम लोन सहित अन्य लोन को क्रेडिट स्कोर से लिंक कर दिया है। इसका मतलब है कि बैंक आपको लोन देने से पहले आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करेंगे। यह जितना ऊंचा होगा, लोन उतनी आसानी से और सस्ता मिल सकेगा।

दरअसल, क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति के कर्ज इतिहास को दर्शाता है। इसमें किसी व्यक्ति के पास मौजूद क्रेडिट अकाउंट की संख्या, कुल कर्ज, भुगतान हिस्ट्री और लोन के लिए उधारकर्ता की ओर से की गई पूछताछ का जिक्र होता है। क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। इसका 700 से ऊपर रहना अच्छा माना जाता है। बैंक क्रेडिट स्कोर के जरिए लोन लेने वाले व्यक्ति की भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। लोन आवेदन स्वीकृत करना है या नहीं, इसका फैसला क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही किया जाता है। खराब क्रेडिट स्कोर से आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल होती है। चार तरीके हैं, जिनकी मदद से आप अपना क्रेडिट स्कोर बेहतर कर सकते हैं।

*सीयूआर : खर्च न करें 30 फीसदी से ज्यादा*
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (सीयूआर) क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट और खर्च का अनुपात होता है। अगर एक महीने में क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 फीसदी से ज्यादा खर्च किया है, तो क्रेडिट स्कोर खराब होता है। इसे सुधारने के लिए क्रेडिट कार्ड से कम खर्च करें या दूसरे कार्ड का इस्तेमाल करें।

*पूरे कर्ज का करें भुगतान*
क्रेडिट कार्ड बिल या लोन ईएमआई का पूरा भुगतान नहीं करते हैं, तो कर्ज बढ़ता जाता है। इससे डेट टू इनकम अनुपात बढ़ता है, जिसका असर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। भुगतान में देरी पर भी क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि तय समय पर सभी भुगतान करते रहें।

*कई बैंकों में आवेदन से बचें*
कम ब्याज पर लोन पाने या क्रेडिट कार्ड लेने के लिए लोग अलग-अलग बैंकों में आवेदन कर देते हैं।  बार बार क्रेडिट स्कोर जानना भी आपके क्रेडिट स्कोर को कम करता है और ज्यादा बैंकों में आवेदन से इससे भी आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है। इसलिए ऐसा करने में बचें। इसके अलावा, अगर आप किसी अन्य व्यक्ति के लोन गारंटर हैं और वह बकाया चुकाने में चूक कर रहा है या समय पर भुगतान नहीं कर पा रहा है तो इसका असर भी आपके क्रेडिट स्कोर पर जरूर पड़ता है।

*क्रेडिट रिपोर्ट की जांच जरूरी*
क्रेडिट ब्यूरो क्रेडिट स्कोर की गणना करते समय वर्तमान बकाया लोन, पिछले क्रेडिट खाते, ईएमआई भुगतान, नए लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदन से जुड़े डाटा का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए कर्जदाता की ओर से लिखा पढ़ी से जुड़ी कोई भी गलती क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर डाल सकती है। इससे बचने के लिए अपने क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करते रहना चाहिए। कुछ गड़बड़ होने पर इसे जल्द ठीक कराना चाहिए।

*क्रेडिट स्कोर खराब होने की वजह जानना जरूरी*
क्रेडिट स्कोर 750 या इससे ज्यादा होने पर लोन की संभावना बढ़ जाती है और आकर्षक ब्याज दर भी मिल सकती है। कम क्रेडिट स्कोर वालों को इसे सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए स्कोर खराब होने की वजह जानना जरूरी है। क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाए रखने पर ध्यान देना चाहिए। 

MSME LOAN : जानिए क्या है ये स्कीम, कैसी है प्रक्रिया, कितना और कैसे मिलेगा लोन_*

बिना कुछ गिरवी रखे ऋण पाने का एक वैध तरीका 

*मुख्य शर्ते*
आवेदक के पास वैध पैन कार्ड होना चाहिए

बिजनेस एमएसएमई के तहत रजिस्टर्ड होना चाहिए

*एमएसएमई लोन के लिए आवेदन करने का प्रोसेस*

सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) की स्थापना 1940 के अंत में वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के रूप में की गई थी। तब एमएसएमई का प्राथमिक कार्य लोगों के लिए रोजगार का साधन उपलब्ध कराना था। बाद में, सूक्ष्म लघु और मध्यम विकास (MSMED) अधिनियम 2006 में अस्तित्व में आया और MSME को एक संगठन में बदल दिया गया, जो सभी लघु और मध्यम क्षेत्र के उपक्रमों के बारे में नीतिगत निर्णय करता है और एमएसएमई लोन के तौर पर बिजनेस लोन प्रदान करवाने का कार्य करता है।

*अपने छोटे एवं मझोलेबिजनेस के लिए बिना कुछ गिरवी बिजनेस लोन*

MSME मंत्रालय के पास छोटे और मझोले बिजनेस के लिए बिना कुछ गिरवी बिजनेस लोन की व्यवस्था है। यह बिजनेस लोन की सुविधा मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर दोनों बिजनेस के लिए समान रुप से मिलता है।बिजनेस संचालन की लागत के लिए टर्म लोन की सहायता प्रदान की जाती है। जिसका उपयोग कारोबारी बिजनेस का वर्किंग कैपिटल मैनेज करने के लिए करते हैं। एमएसएमई को मिलने वाले बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन की पात्रता निम्नलिखित होती है :

*एमएसएमई लोन की पात्रता*

इस लोन का लाभ उठाने के लिए प्राथमिक पात्रता निम्न है :

• आवेदक के पास वैध पैन कार्ड होना चाहिए।
• बिजनेस एमएसएमई के तहत रजिस्टर्ड होना चाहिए।
• एमएसएमई बिजनेस पिछले दो साल से घाटा में नहीं होना चाहिए।
• बिजनेस के लिए लगातार पिछले तीन साल से आईटीआर फाइल होना चाहिए।
• आवेदक की उम्र 18 वर्ष से 65 वर्ष के मध्य होना चाहिए।
• CA प्रमाणित / ऑडिटेड बैलेंस शीट (ABS) वाले एंटिटीज होना चाहिए।
• बिजनेस प्रोपराइटरशिप / पार्टनरशिप / प्राइवेट लिमिटेड कंपनी / लिमिटेड कंपनी / LL मे से किसी एक के तहत पंजिकृत होना चाहिए।

*बिना कुछ गिरवी रखे लोन के लिए जरुरी कागजात*

इस तरह के बिजनेस को एमएसएमई लोन मिलेगा, MSME लोन निम्न श्रेणी के बिजनेस लोन मिलता है :

• निर्माता(मैन्यूफैक्चरर)
• व्यापारी(कारोबारी)
• थोक व्यापारी(ट्रेडर्स)
• खुदरा विक्रेता (रिटेल दुकानदार)
• सेवा प्रदाता (सर्विस प्रोवाइडर)

*एमएसएमई लोन के लिए आवेदन करने का प्रोसेस*

बिना कुछ गिरवी रखे एमएसएमी लोन पाने के लिए आवेदन करना सरल है। इसके लिए दो प्रकार से आवेदन किया जा सकता है। पहला है राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) के द्वारा अनुमोदन प्राप्त करके बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना। दूसरा तरिका है सीधे बैंक या नॉन बैंकिंग फाईनेंनशियल कंपनी (एनबीएफसी) से बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना।

*राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) द्वारा आवेदन करना*

एनएसआईसी भारत सरकार का एक उद्यम विकास कार्यक्रम है। यह देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) का उन्नयन करने, उन्हें वित्तिय सहायता प्रदान करने तथा प्रोजेक्ट और प्रोडक्ट बिकवाने में (निर्यात बढ़ाने)सहायता करता है। इसके अतिरिक्त सरकार के लोन योजनाओं के लिए भी एमएसएमई को नामित करने कार्य एनएसआईसी करता है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) से समय - समय पर बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन की योजना निकलती रहती है। यहां से बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने के लिए अपने जिला के जिला उद्योग कार्यालय से संपर्क करना होता है।

*सीधे बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना*

एनएसआईसी के अपेक्षा सीधे बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना जरा सरल है। अच्छी बात यह है कि मुद्रा लोन के लिए भी सीधे वित्तिय संस्थान में आवेदन किया जा सकता है। सीधे लोन के लिए आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम कारोबारी को एक बैंक या एनबीएफसी कंपनी का चयन करना होता है। वित्तिय संस्थान का चयन करने के उपरांत बिजनेस लोन की शर्तो को पूरा करना होता और जरुरी कागजातों को इक्कठा करना होता है। इतना करने के बात वित्तिय संस्थान की वेबसाईट पर जारकर बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर देना होता है। बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने के बाद वित्तिय संस्थान द्वारा कारोबारी के आवेदन का मूल्यांकन किया जाता है और सबकुछ ठीक होने पर बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन प्रदान कर दिया जाता है।

 
एमएसएमई लोन (MSME Loan) भारत सरकार द्वारा छोटे और मध्यम उद्योगों (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। यह योजना उद्योगों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने और विकसित करने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन प्रदान करने में मदद करती है।

एमएसएमई लोन के मुख्य उद्देश्य:

1. छोटे और मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
2. उद्योगों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने और विकसित करने में मदद करना।
3. रोजगार के अवसर पैदा करना।

एमएसएमई लोन के लिए पात्रता मानदंड:

1. व्यवसाय का प्रकार: उत्पादन, सेवा, या व्यापार।
2. व्यवसाय का आकार: माइक्रो, स्मॉल, या मीडियम।
3. व्यवसाय की आयु: कम से कम 6 महीने।
4. व्यवसाय का टर्नओवर: कम से कम ₹5 लाख।
5. व्यवसाय का ऋण चुकौती रिकॉर्ड: अच्छा।

एमएसएमई लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज:

1. व्यवसाय का पंजीकरण प्रमाण पत्र।
2. व्यवसाय का लाइसेंस।
3. व्यवसाय का आयकर रिटर्न।
4. व्यवसाय का बैंक स्टेटमेंट।
5. व्यवसाय का बैलेंस शीट।
6. व्यवसाय का प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट।
7. व्यवसाय का ऋण चुकौती रिकॉर्ड।

एमएसएमई लोन की प्रक्रिया:

1. व्यवसाय का पंजीकरण और लाइसेंस प्राप्त करना।
2. व्यवसाय का आयकर रिटर्न और बैंक स्टेटमेंट तैयार करना।
3. व्यवसाय का बैलेंस शीट और प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट तैयार करना।
4. व्यवसाय का ऋण चुकौती रिकॉर्ड तैयार करना।
5. बैंक या वित्तीय संस्थान में लोन आवेदन जमा करना।
6. लोन आवेदन की समीक्षा और स्वीकृति।
7. लोन राशि का वितरण।

एमएसएमई लोन की राशि और ब्याज दर:

1. लोन राशि: ₹50,000 से ₹50 लाख तक।
2. ब्याज दर: 8% से 12% प्रति वर्ष तक।
3. ऋण अवधि: 3 से 7 वर्ष तक।

यह ध्यान रखें कि एमएसएमई लोन की प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, और ब्याज दरें बैंक या वित्तीय संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। इसलिए, लोन आवेदन जमा करने से पहले बैंक या वित्तीय संस्थान के साथ संपर्क करना उचित होगा।
 
 
ये हैं उन अधिकारियों के नंबर और ई-मेल आईडी, जिनपर की जा सकती है शिकयत*
Bank Name NAMEGMLAND LINEEMAIL1 

AllahabadBank
033-22622883,
Ho.
Sme@allahabadbank.in

AndhraBank
040-23252352
sme@andhrabank.co.in

Bank of Baroda
022-66985203
Gm.sme.L1@bankofbaroda.com

Bank of India
022-66684839
Mina.Das@bankofindia.co.in

Bankof Maharashtra
020-25614206,
020-25614264
Dgmpri@mahabank.co.in

Canara Bank
080-22248409
madhavarajd@canarabank.com

Central Bank of India
022-61648740
dgmmsme@centralbank.co.in

Corporation Bank
0824-2861412, 2861821
hosme@corpbank.co.in

Indian Bank
044-28134542
veeraraghavan.b@indianbank.co.in

Indian Overseas Bank
044-28889250
anilkumarloothra@iobnet.co.in

Punjab & Sind Bank
011-25812931
HO.PS@PSB.CO.IN

Punjab National Bank
011-23312625
neerja_kumar@pnb.co.in

State Bank of India
022-22740510
gm.micofinance@sbi.co.in

Syndicate Bank
080-22204564
corbd@syndicatebank.co.in

UCO Bank
033-44558027
msme.calcutta@ucobank.co.in

Union Bank of India
022-22892201
pnarasimharao@unionbankofindia.com

United Bank of India
033-22480499
gmact@unitedbank.co.in

MSME लोन (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम लोन):

MSME लोन भारत सरकार की एक योजना है, जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (Micro, Small, and Medium Enterprises) को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य देश में छोटे और मध्यम व्यवसायों को प्रोत्साहन देकर रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।


MSME की परिभाषा (Investment और Turnover के आधार पर):

MSME को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:

  1. सूक्ष्म (Micro):
    • निवेश: ₹1 करोड़ तक।
    • टर्नओवर: ₹5 करोड़ तक।
  2. लघु (Small):
    • निवेश: ₹10 करोड़ तक।
    • टर्नओवर: ₹50 करोड़ तक।
  3. मध्यम (Medium):
    • निवेश: ₹50 करोड़ तक।
    • टर्नओवर: ₹250 करोड़ तक।

यदि आपका व्यवसाय इनमें से किसी श्रेणी में आता है, तो आप MSME लोन के लिए पात्र हैं।


MSME लोन की विशेषताएं

  1. ऋण की सीमा:
    • ₹50,000 से ₹5 करोड़ या अधिक (बैंक और योजना के अनुसार)।
  2. ब्याज दर:
    • 8% से 15% तक (आवेदन और बैंक के अनुसार)।
  3. कोलैटरल:
    • कई योजनाओं में बिना गारंटी (Collateral-Free) लोन उपलब्ध है।
  4. कार्यकाल:
    • लोन चुकाने की अवधि 1 से 15 वर्ष तक हो सकती है।
  5. लाभार्थी:
    • नए और मौजूदा व्यवसाय दोनों के लिए।
  6. सरकारी गारंटी:
    • CGTMSE (Credit Guarantee Fund Trust for Micro and Small Enterprises) के तहत गारंटी प्रदान की जाती है।

MSME लोन कैसे मिलेगा?

1. आवेदन प्रक्रिया:

  1. उद्योग आधार पंजीकरण:
  2. लोन के लिए आवेदन:
    • सरकारी पोर्टल (https://psbloansin59minutes.com) पर आवेदन करें।
    • या फिर अपने नजदीकी बैंक या NBFC में जाकर आवेदन करें।
  3. दस्तावेज़ जमा करें:
    • आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि व्यवसाय पंजीकरण प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैलेंस शीट, बैंक स्टेटमेंट, GST रजिस्ट्रेशन आदि।
  4. क्रेडिट स्कोर चेक:
    • आपका CIBIL स्कोर 650 या उससे अधिक होना चाहिए।

2. लोन स्वीकृति प्रक्रिया:

  • आवेदन की समीक्षा के बाद बैंक लोन स्वीकृति करता है।
  • यदि लोन गारंटी फ्री है, तो यह CGTMSE के तहत आता है।
  • स्वीकृति के बाद धनराशि आपके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है।

MSME लोन योजनाएं (सरकारी और बैंक योजनाएं)

1. प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (PMMY):

  • उद्देश्य: छोटे व्यवसायों को समर्थन।
  • लोन:
    • शिशु (Shishu): ₹50,000 तक।
    • किशोर (Kishore): ₹50,001 से ₹5 लाख तक।
    • तरुण (Tarun): ₹5 लाख से ₹10 लाख तक।

2. स्टैंड-अप इंडिया योजना:

  • उद्देश्य: महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों को सहायता।
  • लोन सीमा: ₹10 लाख से ₹1 करोड़।

3. CGTMSE योजना:

  • बिना गारंटी (Collateral-Free) लोन।
  • छोटे व्यवसायों के लिए आदर्श।

4. 59 मिनट लोन योजना:

  • 1 करोड़ रुपये तक का लोन।
  • प्रक्रिया केवल 59 मिनट में पूरी होती है।

5. राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) योजना:

  • MSMEs को कच्चा माल खरीदने और विपणन में सहायता।

MSME लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  1. व्यवसाय पंजीकरण प्रमाणपत्र।
  2. उद्योग आधार/उधम पंजीकरण।
  3. पैन कार्ड और आधार कार्ड।
  4. GST पंजीकरण।
  5. बैंक खाता विवरण (पिछले 6 महीने)।
  6. आयकर रिटर्न (पिछले 2-3 साल)।
  7. व्यवसाय योजना और प्रोजेक्ट रिपोर्ट।
  8. संपत्ति या कोलैटरल का विवरण (यदि आवश्यक हो)।

MSME लोन के लाभ

  1. आसान प्रक्रिया:
    • आवेदन सरल और तेज़ है।
  2. विकास के अवसर:
    • नए उद्यम शुरू करने या मौजूदा व्यवसाय का विस्तार करने में मदद।
  3. सरकारी गारंटी:
    • जोखिम कम और अधिक सुरक्षा।
  4. कर छूट:
    • कुछ योजनाओं के तहत कर में छूट।
  5. ब्याज सब्सिडी:
    • कुछ योजनाओं में ब्याज दर पर सब्सिडी।

MSME लोन के उपयोग

  1. नई मशीनरी या उपकरण खरीदने के लिए।
  2. कच्चे माल की खरीद।
  3. व्यापार विस्तार और विपणन।
  4. ऋण पुनर्भुगतान।
  5. कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए।

निष्कर्ष:

MSME लोन छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए एक उपयोगी साधन है, जो उन्हें अपनी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करता है। सही दस्तावेज़ और योजना के साथ आवेदन करें, और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।

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