शनिवार, 5 जून 2021

व्यवसाय के लिए #केंद्र सरकार की ऋण योजनाए

व्यवसाय के लिए केंद्र सरकार की ऋण योजनाए, आवेदन करे और पाये व्यापार ऋण आसान शर्तो पर जानिए कैसे
Central government loan schemes for business, apply and get business loan on easy terms, know how

कोरोना काल के कारण कई लोगों का उद्योग-धंधा चौपट हो गया है। कई लोगों की नौकरी तक चली गई है। लेकिन उससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्‍योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि ऐसी आपदा को अवसर (Apda mein Avsar) में बदलने की जरूरत है। 

Due to the Corona period, the business of many people has come to a standstill. Many people have lost their jobs. But there is no need to worry about it. Because Prime Minister Narendra Modi says that there is a need to convert such a disaster into an opportunity (Apda mein Avsar).

यानि आप इस समय खुद को Self Employed बना सकते हैं। और अगर कारोबार में मंदी है तो सरकार से Loan लेकर उसका विस्‍तार कर सकते हैं। दोनों ही सूरतों में सरकार आपकी मदद करेगी। इनमें सरकार ने छोटे Loan के लिए PM Swanidhi Yojana की शुरुआत की है। इसके जरिए सरकार 10 हजार तक का लोन दे रही है। वहीं Pradhan Mantri MUDRA Yojana के अंतर्गत मुद्रा कर्ज भी अलग-अलग कैटेगरी में मिल रहा है। इसमें 10 लाख तक Loan मिलता है।

That is, you can make yourself Self Employed at this time. And if there is a slowdown in the business, then you can expand it by taking a loan from the government. In both the cases the government will help you. In these, the government has started PM Swanidhi Yojana for small loans. Through this, the government is giving loans up to 10 thousand. 

At the same time, under the Pradhan Mantri MUDRA Yojana, Mudra loans are also available in different categories. In this, loan is available up to 10 lakhs.



प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना
PM Swanidhi Yojana की शुरुआत 1 जुलाई 2020 से हुई है। सरकार इस योजना में रेहड़ी-पटरी वालों को 10,000 रुपए तक कर्ज देती है। PM Swanidhi Yojana में Loan को 1 साल में लौटाना होता है। जो लाभार्थी loan kist को समय से देते हैं, उन्हें सरकार सालाना ब्याज में 7 फीसदी की सब्सिडी भी देगी। यह योजना 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी।

Prime Minister's Svanidhi Yojana
PM Swanidhi Yojana has started from 1st July 2020. Under this scheme, the government gives loans up to Rs 10,000 to street vendors. In PM Swanidhi Yojana, the loan has to be returned in 1 year. The government will also give a subsidy of 7 percent in annual interest to the beneficiaries who give the loan installment on time. This scheme will be applicable till 31 March 2022.

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
Pradhan Mantri MUDRA Yojana के तहत माइक्रो यूनिट डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA) को Loan दिया जाता है। इसमें व्‍यक्तिगत, SME और MSME को लोन मिलता है। यह Loan 3 तरीकों से दिया जाता है। यानि शिशु, किशोर और तरुण नाम से। अधिकतम Loan 10 लाख रुपए मिलेगा। कोई भी गारंटी नहीं की जरूरत नहीं है। यह 3 साल से 5 साल तक के लिए मिलता है।

Prime Minister's Mudra Yojana
Under Pradhan Mantri MUDRA Yojana, loan is given to Micro Unit Development and Refinance Agency (MUDRA). In this, individual, SME and MSME get loans. This loan is given in 3 ways. That is, by the names Shishu, Kishore and Tarun. The maximum loan will be Rs 10 lakh. No guarantee is needed. It is available for 3 years to 5 years.

कितनी होगी प्रोसेसिंग फीस
Pradhan Mantri MUDRA Yojana के तहत Loan के लिए कोई भी प्रोसेसिंग फीस नहीं देनी है।

आवेदक की पात्रता
मुद्रा योजना भारत सरकार की क्रेडिट गारंटी योजनाओं में आती है।
लोन की रकम का इस्‍तेमाल Term Loan और ओवरड्राफ्ट सुविधाओं में किया जा सकता है।
मुद्रा योजना का फायदा मुद्रा कार्ड के जरिए लिया जा सकता है।


मुद्रा लोन के प्रकार
व्यापार बढ़ाने के लिए मुद्रा लोन (Mudra Loan) को तीन कैटेगरी में बांटा गया है:

 How much will be the processing fee
There is no processing fee to be paid for the loan under Pradhan Mantri MUDRA Yojana.

Applicant's eligibility
Mudra scheme comes under the credit guarantee schemes of the Government of India.
The loan amount can be used for term loan and overdraft facilities.
The benefit of Mudra scheme can be taken through Mudra card.

Mudra Loan Types
To increase business, Mudra Loan is divided into three categories:



1- शिशु ऋण योजना

Shishu Loan उन लोगों को बैंक देते हैं जो कारोबार शुरू करना चाहते हैं और आर्थिक मदद चाहते हैं। इसमें अधिकतम 50,000 रुपये का Loan दिया जाता है। 5 साल के लिए इसकी ब्याज दर 10% से 12% सालाना है।

1- Shishu Loan Scheme

Shishu Loans are given by banks to those people who want to start business and want financial help. In this, a maximum loan of Rs 50,000 is given. Its interest rate for 5 years is 10% to 12% p.a.


2- किशोर ऋण योजना

Kishore Loan उनके लिए है, जो पहले से कारोबार कर रहे हैं। इसके तहत Loan Rakam 50,000 रुपए से 5 लाख रुपए तक होती है। ब्याज की दर लोन देने वाली संस्था के आधार पर अलग-अलग है। इसमें Credit Record भी देखा जाता है।

2- Kishor Loan Scheme

Kishore Loan is for those who are already doing business. Under this, the loan amount ranges from Rs 50,000 to Rs 5 lakh. The rate of interest varies depending on the lending institution. Credit record is also seen in this.

3- तरुण ऋण योजना

यह Loan उन लोगों के लिए है, जिनका कारोबार चल पड़ा है। उसके विस्‍तार के लिए धन की जरूरत है। इसमें लोन की रकम 5 लाख से 10 लाख के बीच होती है। ब्याज दर और पेमेंट क्रेडिट रिकॉर्ड पर आधारित होता है।


3- Tarun Loan Scheme

This loan is for those people whose business has started. Money is needed for its expansion. The loan amount in this ranges between 5 lakh to 10 lakh. The interest rate and payment are based on credit records.


ये बैंक दे रहे ऋण

इलाहाबाद बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज़ बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, Axis बैंक, फेडरल बैंक, कर्नाटक बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, HDFC बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक।

These banks are giving loans

Allahabad Bank, Central Bank of India, Indian Overseas Bank, Jammu & Kashmir Bank, State Bank of India, Axis Bank, Federal Bank, Karnataka Bank, Bank of Baroda, HDFC Bank, Kotak Mahindra Bank.


आवेदन के साथ डॉक्यूमेंट लगाए

आवेदक और सह-आवेदक की पासपोर्ट साइज़ फोटो, केवाईसी दस्तावेज
ID Address Proof : आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस
इनकम प्रूफ में आईटीआर, सेल्स टैक्स रिटर्न, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन
जाति प्रमाण पत्र, व्यवसाय का पता और कार्यकाल प्रमाण
रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस या प्रमाण पत्र

Attach documents with the application

Passport size photograph of applicant and co-applicant, KYC documents
ID Address Proof : Aadhar Card / Voter ID Card / Passport / Driving License
Income proof in ITR, sales tax return, license, registration
Caste certificate, business address and tenure proof
registration, license or certificate

 

सरकार दे रही है मुफ्त राशन, अगर आपके पास नही है राशन कार्ड तो यू बनाये ये है प्रोसेस
अगर आपके पास भी राशन कार्ड (Ration Card) है तो सरकार की खास स्कीम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत आपको इस महीने भी राशन मिल सकता है । दरअसल कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने गरीबो को फ्री राशन देने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में कई राज्य अपने नागरिकों को मुफ्त राशन दे रही है। दिल्ली और यूपी में तो बिना राशन कार्ड़ के ही सरकार राशन दे रही है। लेकिन अगर आपके पास अभी तक राशन कार्ड नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब आप घर बैठे-बाठे अपने स्मार्टफोन से ही ऑनलाइन राशन कार्ड के लिए अप्लाई (Apply online for ration card) कर सकते हैं। इसके लिए सभी राज्यों (state) ने अपनी ओर से वेबसाइट बनाई है।

Government is giving free ration, if you do not have ration card then you should make this process
If you also have a ration card, then you can get ration this month under the government's special scheme Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana. In fact, in view of the Corona epidemic, the government had announced to give free ration to the poor. In this episode, many states are giving free ration to their citizens. In Delhi and UP, the government is giving ration without a ration card. But if you do not have a ration card yet, then there is no need to panic. Because now you can apply online for ration card from your smartphone sitting at home. For this, all the states have created a website on their behalf.


आप जिस भी स्टेट के रहने वाले हैं, वहां की वेबसाइट पर जाइए और राशन कार्ड के लिए अप्लाई कर दीजिए।

ऐसे कर सकते हैं ऑनलाइन अप्लाई
>> राशन कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। 

Go to the website of the state you belong to and apply for ration card.

You can apply online like this
>> To make a ration card, first of all go to the official website of your state.

अगर आप उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तो आप https://fcs।up।gov।in/FoodPortal।aspx को एक्सेस कर फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।

वहीं बिहार के रहने वाले hindiyojana।in/apply-ration-card-bihar/

 महाराष्ट्र के आवेदक mahafood।gov।in पर क्लिक कर आवेदन कर सकते हैं।

>> इसके बाद Apply online for ration card वाले लिंक पर क्लिक करें।
>> राशन कार्ड बनवाने के लिए आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, हेल्थ कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि दिया जा सकता है।
>> राशन कार्ड के लिए आवेदन का शुल्क 05 रुपये से लेकर 45 रुपए तक है। आवेदन भरने के बाद शुल्क जमा करें और एप्लीकेशन सबमिट कर दें।
>> फील्ड वेरिफिकेशन होने के बाद यदि आपका आवेदन सही पाया जाता है तो आपका राशन कार्ड बन जाएगा।

>> After this click on the link with Apply online for ration card.
>> Aadhar Card, Voter ID, Passport, Health Card, Driving License, etc. can be given as ID proof to get a ration card.
>> The application fee for ration card ranges from Rs.05 to Rs.45. After filling the application, pay the fee and submit the application.
>> After the field verification, if your application is found correct then your ration card will be generated.

कौन अप्लाई कर सकता है राशन कार्ड के लिए
वह व्यक्ति जो भारत का नागरिक है वह राशन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है। 18 साल से कम उम्र के बच्चों का नाम पेरेंट्स के राशन कार्ड में शामिल किया जाता है। हालांकि 18 साल से ऊपर वाले अपने लिए अलग राशन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Who can apply for Ration Card
A person who is a citizen of India can apply for a ration card. The name of the child below the age of 18 years is included in the ration card of the parents. However, those above 18 years can apply for a separate ration card for themselves.

इन डॉक्युमेंट्स की पड़ती है जरूरत

राशन कार्ड बनवाने के लिए आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, सरकार के द्वारा जारी किया गया कोई आई कार्ड, हेल्थ कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस दिया जा सकता है। इसके अलावा पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र, पते के प्रमाण के तौर पर बिजली बिल, गैस कनेक्शन बुक, टेलिफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट या पासबुक, रेंटल एग्रीमेंट जैसे डॉक्युमेंट भी लगेंगे। 

These documents are required

Aadhar card, voter ID, passport, any government issued ID card, health card, driving license can be given as ID proof for making ration card. Apart from this, documents like PAN card, passport size photograph, income certificate, electricity bill, gas connection book, telephone bill, bank statement or passbook, rental agreement will also be required as proof of address.

📌 केंद्र का एलान : कोरोना से मृत्यु पर पीड़ित परिवार के अनाथ बच्चों को मिलेंगे 10 लाख की मदद और शिक्षा खर्च सहित अनेक सुविधाएं


देश करीब डेढ़ साल के ज्यादा के वक्त से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है, हालांकि जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ, तो उस वक्त ऐसा लग रहा था कि हम इस लड़ाई को जीतने की कगार पर हैं, लेकिन होली के बाद आई कोरोना की दूसरी लहर ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया, स्थिति यह हो गई थी कि रोजाना 4 लाख से ज्यादा नए संक्रमित मामले और 4 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना जान ले रहा था। इस दौरान ना जानें कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया और कितने ही बच्चे अनाथ हो गए, जिसके बाद अब कोरोना काल में माता-पिता गंवाने वाले बच्चों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।

Announcement of Center: Orphaned children of the family suffering from corona will get 10 lakh help and many facilities including education expenses


The country has been fighting a war against Corona for more than a year and a half, although when the vaccination started, at that time it seemed that we were on the verge of winning this battle, but the second wave of Corona came after Holi. destroyed everything, the situation had become such that daily more than 4 lakh new infected cases and corona was killing more than 4 thousand people. During this, do not know how many people lost their family members and how many children became orphans, after which now Prime Minister Narendra Modi has extended a helping hand to the children who lost their parents during the Corona period.


पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना से अपने माता-पिता को खोने वाले वाले बच्चों को सहायता राशि मिलेगी। पीएम मोदी ने घोषणा की है कि कोरोना संक्रमण की वजह से अपने माता-पिता या अभिभावक दोनों को खोने वाले सभी बच्चों को 'पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना के तहत सहायता दी जाएगी। ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपये का फंड मिलेगा।

According to the information received from the PMO, children who lost their parents from Corona will get assistance. PM Modi has announced that all children who have lost both their parents or guardians due to corona infection will be given assistance under the 'PM-Cares for Children' scheme. Such children will get a monthly stipend at the age of 18 and a fund of Rs 10 lakh from PM Cares at the age of 23.

इसके अलावा उन बच्चों की निशुल्क शिक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी। बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण प्राप्त करने में सहायता की जाएगी और पीएम केयर लोन पर ब्याज का भुगतान करेगा। वहीं आयुष्मान भारत योजना के तहत 18 साल तक के बच्चों को 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलेगा और प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स की तरफ से किया जाएगा।

Apart from this, free education of those children will also be ensured. Children will be assisted in getting education loan for higher education and will pay interest on PM CARES loan. On the other hand, under the Ayushman Bharat scheme, children up to the age of 18 years will get free health insurance of Rs 5 lakh and the premium will be paid by PM Cares.


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   यद्यपि इसे (पोस्ट) तैयार करने में पूरी सावधानी रखने की कोशिश रही है। फिर भी किसी घटनाएतिथि या अन्य त्रुटि के लिए मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है । अतः अपने विवेक से काम लें या विश्वास करें। इस वेवसाइट का उद्देश मात्र सभी तक जानकारी पहंुचाना मात्र है। 

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बैंक साल भर बिना बताये आपके अकाउंट से इतने रूपए काट लेती है |

बैंक अगर काट रहा आपके खाते से ये चार्जेज तो हो जावे सावधान गलती नही करे वरना होगा नुकसान

बैंक में हम खाता खुलवाते हैं और पैसे जमा करवाते रहते हैं जरूरत पर निकलवाते रहते हैं. इसके लिए बैंक आपसे कोई चार्ज नहीं लेता है, लेकिन बैंक के कुछ नियम भी होते हैं और अगर आप इनकी पालना नहीं करते हैं तो आपको ज्यादा चार्ज भी देने पड़ते हैं. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि वो कौन-कौन से नियम हैं, जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए, वर्ना आपको चार्ज देना होता है.

जानते हैं कि आपको बैंक खाता संचालन करने के साथ ही किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप बैंक के अलग अलग चार्ज से बच सकें. साथ ही जानते हैं कि बैंक की ओर से कौन-कौन से चार्ज लिए जाते हैं…

कैश ट्रांजेक्शन पर लगता है चार्ज
बैंक की ओर से सीमित कैश ट्रांजेक्शन की अनुमति होती है. ऐसे में आप एक महीने में तय नियमों के अनुसार 4-5 ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. अगर आप इसके बाद भी ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपको फीस देनी होती है. इसके बाद हर बैंक के नियमों के अनुसार चार्ज देना होता है. सरकारी बैंक आमतौर पर 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक चार्ज लेते हैं.

एटीएम चार्ज
बैंक आपसे ATM ट्रांजैक्शंस पर भी शुल्क वसूलता है. अगर आप सीमित संख्या से ज्यादा एटीएम से ट्रांजेक्शन कर लेते हैं तो आपको फीस देनी होती है. यह हर बैंक के अनुसार अलग अलग होते हैं और ट्रांजेक्शन की संख्या भी अलग अलग तय होती है.

न्यूनतम बैलेंस का भी लगता है चार्ज
बैंक अब न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर कस्टमर्स से शुल्क वसूलते हैं. मेट्रो, सेमी-अर्बन और रूरल शाखाओं की अलग-अलग न्यूनतम बैलेंस लिमिट हैं. आमतौर पर ये 5,000 रुपये, 2,500 रुपये और 1,000 रुपये है. आमतौर पर बैंक मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर 100 रुपये और GST चार्ज करते हैं. इसलिए खाते में न्यूनतम बैलेंस जरूर रखें.

ATM ट्रांजेक्शन होने पर चार्ज
मान लीजिए आप एटीएम में गए और आपके खाते में सिर्फ 5000 रुपये थे और फिर आपने पैसे निकलवाने के लिए 6000 की रिक्वेस्ट डाल दी तो आपका ट्रांजेक्शन फेल हो जाएगा. अगर ऐसा होता है तो बैंक आपसे 20 से 25 रुपये वसूल सकता है. ऐसे में पहले बैंलेंस चेक कर लें और फिर पैसे निकाल लें.

डेबिट कार्ड चार्ज
आमतौर पर पहले साल में बैंक डेबिट कार्ड इस्तेमाल पर कोई चार्ज नहीं लेते. लेकिन, दूसरे साल से बैंक 100 रुपये से 500 रुपये और GST शुल्क वसूलते हैं.

IMPS फंड ट्रांसफर
NEFT और RTGS अब सभी कस्टमर्स के लिए फ्री हैं. लेकिन, IMPS ट्रांजैक्शंस पर आपको शुल्क देना पड़ता है. इस पर लगने वाला शुल्क ट्रांसफर की जाने वाली रकम पर आधारित होता है. ये आमतौर पर 5 रुपये से 25 रुपये के बीच होता है.

उधार दिए पैसे कैसे वापस ले "How to Recover Money"

उधार दिया धन के सबूत के तौर पर कोरे कागज पर किये हस्ताक्षर भी मान्य,पर क्या है इसके पेच

प्रतापसिंह
मानव है इसलिए एक-दूसरे की मदद करना इंसानों के व्यवहार में शामिल रहा है. शारीरिक मदद हो, मानसिक मदद हो या फिर आर्थिक यानी पैसों की मदद. बैंक जब पैसों की मदद करता है यानी लोन देता है तो क्रेडिट स्कोर मायने रखती है या फिर गारंटी के तौर पर गोल्ड या कोई संपत्ति गिरवी रखनी होती है. उसी तरह बहुत सारे लोग जमीन या मकान से जुड़े कागजात गिरवी रखकर पैसे देते हैं.

लेकिन हर किसी के साथ तो लोग ऐसा नहीं कर सकते. खासकर दोस्त, रिश्तेदार, जान-पहचान वाले लोग वगैरह को तो भरोसे पर ही कर्ज दे दिया जाता है. वहीं बहुत सारे मामलों में स्टाम्प पेपर (Stamp Paper) पर और कई मामलों में तो केवल सादे कागज (Plain Paper) पर सिग्नेचर करवा कर उधार दे दिया जाता है. लेकिन यह भरोसा तब टूट जाता है, जब सामनेवाला उधार ली गई रकम वापस करने से मुकर जाता है.

अब सवाल ये ​है कि अगर सादे कागज पर हस्ताक्षर कर के कोई आपसे पैसे उधार (Borrow Money) ले और फिर वापस करने से मुकर जाए तो क्या इसका कोई उपाय है? एक्सपर्ट बताते हैं कि बिल्कुल इसका उपाय है. लेकिन बात न बने तो इसके लिए आपको कानूनी लड़ाई (Legal Action) भी लड़नी पड़ सकती है. पैसे की वसूली करने में परेशानी भी आ सकती है.

सादे कागज पर साइन भी माना जाएगा सबूत?
इस मामले में सादा कागज हो या फिर स्टाम्प पेपर… अगर आपने उसपे कर्जदार की साइन करवा लेने के बाद आप सोच रहे हैं कि आपके पैसे बहुत आसानी से मिल जाएंगे…. और नहीं मिलने पर आप कानूनी तौर पर वसूल लेंगे, तो इतना भी आसान नहीं है. पैसे वसूल करने में आपको दिक्कतें आ सकती हैं.

हालांकि आपने अपने कर्जदार से सिग्नेचर (Signature) करवाकर सबूत बना लिया है तो इसका मतलब यह हुआ कि आप दोनों यानी कर्जदार और देनदार के बीच एक लिखित समझौता हुआ है और यह एक तरह से आपके दिए गए पैसों की रसीद है.

सिविल कोर्ट में करना होगा केस!
लिखित समझौते के बावजूद आपका कर्जदार यदि इस एग्रीमेंट को मानने से इनकार कर देता है तो आप उसके खिलाफ सिविल कोर्ट में मुकदमा कर सकते हैं या उस एग्रीमेंट (Loan Agreement) को मानने के लिए याचिका दायर करेंगे या फिर उसी के बेस पर अपने पैसों की रिकवरी का केस दाखिल करेंगे. नइ कार्यवाहियों को सिविल या दीवानी कार्यवाही कहा जाता है.

सिविल कोर्ट (Civil Court) में सिविल केस ही दर्ज होते हैं और फिर सुनवाई (Case Hearing) के लिए लंबी-लंबी तारीखें भी पड़ सकती हैं. यह अदालत पर निर्भर करता है कि कितने दिन में आपके केस में फैसला सुनाए. फैसला आपके पक्ष में आया तो आपके कर्जदार को आपका पैसा वापस लौटाना होगा. हालांकि इसमें उसे जेल या कोई बड़ी सजा नहीं होती है.

अगर ​बिना लिखा-पढ़ी किए कर्ज दे दिया तो…
बहुत सारे लोग किसी अपने के कहने पर ​भरोसा करते हुए सामनेवाले को कर्ज दे देते हैं. यानी समझ लीजिए कि आपने सादे कागज पर साइन तक नहीं करवाया और बिना लिखा-पढ़ी किए ही कर्ज दे दिया और अब वह पैसे वापस नहीं कर रहा तो क्या करना होगा?

इस स्थिति में आप कर्ज देने के समय वहां मौजूद रहे 2 गवाह पेश कर सकते हैं. आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन यानी थाना जाएंगे और आवेदन देंगे कि इनके सामने कर्ज लेने के बावजूद कर्जदार पैसा वापस नहीं दे रहा. एग्रीमेंट तो कोई है नहीं, ऐसे में मामला आपराधिक हो जाएगा.

थाने में क्रिमिनल केस या कोर्ट में कंप्लेंट केस!
अधिवक्ता के अनुसार पुलिस थाने में आपकी रिपोर्ट पर गौर कर, चीटिंग या धोखाधड़ी का केस दर्ज कर सकती है और फिर क्रिमिनल केस की तरह जांच-पड़ताल, चार्जशीट और फिर कोर्ट में केस चलेगा और फिर फैसला सुनाया जाएगा. आप चाहें तो सीधे कोर्ट में कंप्लेंट केस भी दर्ज करवा सकते हैं.

कैसे वापस मिलेंगे पैसे?
कोर्ट में चल रहे इस आपराधिक मामले में कर्जदार की गिरफ्तारी हो सकती है और यदि कोर्ट में जुर्म साबित हो गया तो उसे सजा भी मिलेगी. कोर्ट ने आपके पक्ष में फैसला सुनाया तो आपका पैसा भी वापस होगा और उसे सजा भी मिलेगी. हालांकि फैसला आने से पहले ही कर्जदार के मन में जेल जाने के भय से वह आपका पैसा लौटाने के बारे में सोच सकता है.

ऐसे कई मामलों में देखा गया है कि बात कोर्ट से फिर समझौते पर आकर ही बनी है. यानी जेल जाने से बचने के लिए कर्जदार चाहेगा कि दोनों के बीच समझौता हो जाए. अगर वह आपका पैसा लौटाने की बात कहता है तो या तो पूरा पैसा ले लें या फिर पूछ लें कि कितने दिन में वह पैसे लौटाएगा और लिखवाकर गारंटी के रूप में इस बार जरूर कुछ गिरवी रख लें.

आप यह भी तय कर सकते हैं कि आपके पूरे पैसे वापस होने के बाद ही आप केस वापस लें. केस कंपरमाइज कके लिए कोर्ट में फिर से कंपरमाइज पेटीशन देना होगा. कोर्ट दोनों पक्ष से आपत्ति नहीं होने पर केस खारिज कर सकता है. आपको आपके पैसे वापस मिल जाएं, इससे अच्छा और क्या होगा भला!

महोदय, कृपया ध्यान दें,

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यह पोस्ट में दी गयी जानकारी धार्मिक विश्वास एवं आस्था, Whats-app एवं  ग्रन्थों से पर आधारित है जो पूर्णता वैज्ञानिक नहीं है अधिक जानकारी के लिए अथवा पूरा प्रवचन सुनने के लिए मूल वेवसाइट पर जायें, किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया कमेन्ट बाक्स में लिखें।

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बुधवार, 12 मई 2021

10 बेहतरीन #बिज़नेस आइडियाज – कम लागत - #व्यापार (new #business)

10 बेहतरीन #बिज़नेस आइडियाज – कम लागत - #व्यापार (new #business) 


जब कम लागत वाले काम या बिज़नेस की बात आती है तो बहुत से लोगों को लगता है की इनमे मुनाफा भी कम होगा। यह बात एक हद तक सच है लेकिन आप छोटी शुरुआत कर के इन कामों को बहुत बड़ा बना सकते हैं। आइये जानते हैं ऐसे स्माल बिज़नेस आइडियाज के बारे में जिन्हे लघु उद्योग भी कहते हैं।
 
अगर आप एक नया काम या बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं और आपके पास सही आईडिया नहीं है या आपके मन में सवाल है की हम आखिर किस चीज का बिजनेस स्टार्ट करें तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। अक्सर लोगों के साथ ऐसा होता है कि वह अपना एक नया व्यापार (new business) चालू करना चाहते हैं परंतु अच्छे बिजनेस आईडियाज ना होने के कारण वह हताश हो जाते हैं। लोगों में यह भी धारणा होती है की आपको कोई नया काम शुरू करने के लिए खूब पैसा लगाना (Investment) पड़ता है। यह चीज हर जगह लागू नहीं होती। ऐसे बहुत सारे बिज़नेस होते हैं जो कम लागत (low investment) से भी किये जा सकते हैं। हम आपको यहाँ ऐसे 10 बिज़नेस आईडिया बताएंगे जो आप आसानी से कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इनमे से कुछ काम ऐसे हैं जो आप घर बैठे भी कर सकते हैं।

1. किराना की दुकान (Grocery shop)
दुकान हमेशा से ही एक अच्छा बिजनेस का विकल्प रहा है। इस बिजनेस के सबसे खास बात है कि इसके लिए आप को किसी स्पेशल टैलेंट की जरूरत नहीं पड़ती है। बस आपको थोड़ा सा इनवेस्टमेंट करने की जरूरत है और सब कुछ सही रहा तो आपका या बिजनेस अच्छे तरीके से ग्रो करेगा।

2. रियल एस्टेट सर्विसेज (Real estate services)
आजकल हर व्यक्ति अपने खुद का घर खरीदना चाहता है या फिर एक अच्छे से प्लॉट देख कर उस पर घर बनाना चाहता है। ऐसे में आप रियल एस्टेट एजेंसी खोल कर इन कामों में उसकी मदद कर सकते हैं। रियल स्टेट एजेंट्स का काम होता है कि वह अपने ग्राहक को उसकी प्रॉपर्टी चुनने में मदद करता है और कमीशन के द्वारा पर उससे एक से दो पर्सेंट कमीशन लेता है। इसके लिए आपको बस सभी प्रकार के प्रॉपर्टी और प्लॉट की डिटेल्स निकाल कर जमा करनी होगी और फिर प्रॉपर्टी ओनर से संपर्क बनाए रखना होगा। इसके बाद अगर किसी कस्टमर को प्लॉट या जमीन चाहिए होगी तो वह आप से संपर्क करेगा।

3. जिम एवं हेल्थ क्लब का बिजनेस (Gym & health club)
आजकल चाहे महिला हो या पुरुष हर कोई स्वस्थ रहना चाहता है। जिसके लिए वह हेल्थ क्लब या जिम जाते हैं। आप भी किसी अच्छे से एरिया में हेल्थ क्लब या जिम खोलकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आप छोटे स्तर पर शुरुआत कर सकते हैं व धीरे धीरे इसे बड़ा बना सकते हैं।
जिम एवं हेल्थ क्लब का बिजनेस

4. प्रोफेशनल फ्रीलांस (Professional freelance)
फ्रीलांसिंग का मतलब होता है किसी और के लिए कोई काम करना जिसके लिए वह आपको पे करता है अगर आपके पास वेब डिजाइनिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, राइटिंग, फोटो एडिटिंग, ट्रांसलेशन इत्यादि या अन्य कोई टैलेंट है तो आप आसानी से प्रोफेशनल फ्रीलांसर्स बन कर पैसे कमा सकते हैं। आपको ऐसी बहुत सी साइट्स मिल जाएँगी जहाँ आप अपनी सर्विसेज को बेच सकते हैं।

5. इंटीरियर डेकोरेटर (Interior decorator)
आजकल हर कोई अपने घर को सुंदर दिखाना चाहता है जिससे उसके घर पर आने वाले लोगों पर अच्छा इंप्रेशन पड़े। इसके लिए अक्सर लोग इंटीरियर डेकोरेटर्स को हायर करते हैं। ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है। अगर आपके पास टैलेंट है तो आप इंटीरियर डिजाइनिंग का बिजनेस शुरू कर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।

6. बेकरी बिजनेस (Bakery business)
बेकरी भी एक बहुत ही अच्छा और लम्बा चलने वाला(long-term) बिजनेस है। बेकरी की शुरुआत करने के लिए आपको ज्यादा इनवेस्टमेंट करने की जरूरत नहीं होती है। बेक्री की शुरुआत आप आसानी से कर सकते हैं तथा इसमें आप कई तरह के सामान जैसे कि टोस्ट, बिस्किट्स इत्यादि बनाकर अपने पास के मार्केट में सप्लाई करके आसानी से पैसे कमा सकत हैं।

7. मोमबत्ती बनाने का व्यवसाय (Candle making)
आजकल मार्केट में मोमबत्ती की बहुत ज्यादा डिमांड है। आजकल शादि, पार्टी, फेस्टिवल आदि में लोग मोमबत्ती का इस्तेमाल डेकोरेशन के लिए करते हैं। ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है। मोमबत्ती बनाने की बिजनेस की शुरुआत आप बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट के साथ कर सकते हैं।

8. अगरबत्ती बनाने का बिजनेस (Incense stick making)
यह बिजनेस बहुत ही कम लागत में अधिक लाभ देने वाला बिजनेस आइडिया (low investment high return business idea) है क्योंकि अगरबत्ती का इस्तेमाल लगभग सभी लोग करते हैं। ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है। आप अगरबत्ती बनाने के तरीके को आराम से इंटरनेट से सीख सकते हैं और इस बिजनेस की शुरुआत छोटी इन्वेस्टमेंट के साथ कर सकते हैं।

9. कार्ड छपाई का व्यापार (Card printing)
आजकल लगभग सभी लोग छोटे से छोटे या बड़े से बड़े कार्यक्रम के लिए इनविटेशन कार्ड (Invitation card) जरूर छपवाते हैं। ऐसे में यह व्यापार आजकल बहुत ज्यादा ट्रेंडी हो चुका है। ऐसे में अगर आपको प्रिंटिंग मशीन और डिजाइनिंग के बारे में आईडिया है तो यह व्यापार आपके लिए अच्छा विकल्प है जिसकी मदद से आप बहुत सारे पैसे कमा सकते हैं।

10. छोटा फास्ट फूड का व्यापार (Fast food)
आज के समय में यह व्यापार बहुत ही तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगर आप खाने बनाने में एक्सपर्ट है तो यह आपके लिए अच्छा विकल्प है। आप अपने एरिया में फूड आइटम्स जैसे कि बर्गर एग रोल, नूडल्स, मंचूरियन इत्यादि बनाकर बेच के अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। बस आपको फास्ट फूड बनाने के लिए एक छोटे से शॉप और इनग्रेडिएंट्स(ingridients) की जरूरत पड़ेगी जिसके बाद आप इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।

#उपभोक्ता ऐसे करे हित अनदेखी की शिकायत #कंज्यूमर कानून

 #उपभोक्ता ऐसे करे  हित अनदेखी की शिकायत #कंज्यूमर कानून

 नये कंज्यूमर कानून को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कंज्यूमर मंत्रालय ने E-DAAKHIL(ई-दाखिल) पोर्टल शुरू कर दिया है. इस पोर्टल के जरिए कोई भी कंज्यूमर अपनी शिकायत घर बैठे ऑनलाइन दर्ज करा सकता है. इस पोर्टल पर शिकायत, अपील, फीस वगैरह की पूरी जानकारी मौजूद होगी.यह नए कंज्यूमर कानून का एक हिस्सा है. 1986 के कानून को नया रूप देने के पीछे मकसद ये है कि इन 24 सालों में जो बदलाव हुए हैं उन सबको समेटते हुए उपभोक्ता अधिकारों को मजबूती दी जाए. जैसे - अब ऑनलाइन कंपनियां भी कानून के दायरे में हैं, भ्रामक विज्ञापन को लेकर साफ प्रावधान हैं, मिलावटखोरी के लिए जेल की सजा का प्रावधान है.

लेकिन ये तमाम प्रावधान तभी असर दिखाएंगे जब ये कानून पूरी तरह अमल में आएगा. ऐसे में आज हम आपको इस नये कानून के बारे में जरूरी जानकारी दे रहे हैं.

घर बैठे शिकायत और समाधान की सहूलियत

नया कानून लागू होने से अब कंपनियों पर केस करना आसान हो गया है. उपभोक्ताओं की शिकायतों को दर्ज करने के लिए कंजूमर मंत्रालय का edaakhil पोर्टल शुरू किया है. ये कंजूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 (Consumer Protection Act, 2019) का असर है. इस पोर्टल पर अब घर बैठे केस की फाइलिंग हो सकती है. NCRDC यानी Con. दिल्ली, और महाराष्ट्र आयोग जोड़े गए हैं. अमरावती, नासिक, पुणे जिला आयोग जुड़े हैं. जल्दी सभी राज्य और जिला कमीशन जुड़ेंगे. इससे अब केस दर्ज कराना और उसका स्टेटस जानना आसान होगा.

ऑनलाइन पोर्टल पर डिटेल में शिकायत करने की प्रक्रिया

कंज्यूमर शिकायत के लिए ऑनलाइन पोर्टल https://edaakhil.nic.in/ बनाया गया है. इस पर फाइलिंग प्रक्रिया बताई गई है. इसको समझने को लिए वीडियो देखें या लिखित ट्यूटोरियल . इसमें शिकायत करने और जवाब देने की प्रक्रिया. अपील करने, फीस और प्रत्युत्तर देने की प्रक्रिया का पूरा विवरण दिया गयाहै. इसमें नए कंज्यूमर कानून की पूरी जानकारी दी गई है.

क्या है नया कंज्यूमर कानून

नए कंज्यूमर कानून के तहत भ्रामक विज्ञापन देने पर कार्रवाई हो सकती है. किसा कंपनी के खिलाफ शिकायत होने पर देश के किसी भी कंज्यूमर कोर्ट में केस हो सकता है. Online और Teleshopping कंपनियां भी इसके दायरे में शामिल हैं. खाने-पीने की चीजों में मिलावट पर जेल हो सकती है. नए कानून में कंज्यूमर मीडिएशन सेल के गठन का भी प्रावधान है. आपसी सहमति से मीडिएशन में जाया जा सकता है. कंज्यूमर फोरम में PIL (जनहित याचिका) भी डाली जा सकती है. कंज्यूमर फोरम में 1 करोड़ रुपए तक के केस जा सकेंगे. स्टेट कमीशन में 1 करोड़ से 10 करोड़ और नेशनल कमीशन में 10 करोड़ रुपए से ऊपर के मामलों की सुनवाई हो सकेगी.

कंज्यूमर के तौर पर क्या हैं आपके अधिकार

>> खतरनाक चीजों की मार्केटिंग से सुरक्षा.
>> जरूरत के मुताबिक खरीदारी का हक.
>> प्रोडक्ट के बारे में सही जानकारी.
>> क्वॉलिटी, शुद्धता, कीमत वगैरह.
>> कंपिटिटिव कीमतों पर चुनने का हक.
>> मोनोपोली में भी उचित कीमत, क्वॉलिटी.
>> बुनियादी चीजें हासिल करने का अधिकार.
>> हितों को लेकर सुने जाने का अधिकार.
>> शिकायत का न्यायपूर्ण निवारण पाना.
>> कंज्यूमर अधिकारों की जानकारी.


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यह पोस्ट में दी गयी जानकारी धार्मिक विश्वास एवं आस्था, Whats-app एवं  ग्रन्थों से पर आधारित है जो पूर्णता वैज्ञानिक नहीं है अधिक जानकारी के लिए अथवा पूरा प्रवचन सुनने के लिए मूल वेवसाइट पर जायें, किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया कमेन्ट बाक्स में लिखें।

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गुरुवार, 15 अप्रैल 2021

शुरू करें #मछली पालन, पायें अपना #रोजगार , सरकार देगी ऋण Fish Farming

शुरू करें मछली पालन, पायें अपना रोजगार , सरकार देगी 15 लाख का ऋण पड़ेगी सिर्फ 5लाख की दरकार

आत्मनिर्भर भारत की ओर
प्रताप सिंह

मोदी सरकार की तरफ से किसानों और पशुपालकों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. इनके जरिए उनकी आमदनी को दोगुना करने का प्रयास किया जा रहा है. इसमें किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) का नाम भी शामिल है. मोदा सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड में मछली पालन (Fish Farming) को भी शामिल कर दिया है. अब किसान खेती के साथ-साथ मछली पालन का काम भी शुरू कर सकते हैं और अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. मछली पालन (Fish Farming) करने के लिए आप खुद का तालाब (Fish Pond) या किराए पर तालाब ले सकते हैं. इसके लिए सरकार की तरफ से लोन उपलब्ध कराया जाता है.

मछली पालन के लिए ऋण

केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर मछली पालन (Fish Farming) को बढ़ावा देने के लिए कई तरह अलग-अलग योजनाओं के तहत लोन दिया जाता है. केंद्र सरकार की तरफ से मछली पालने के लिए कुल लागत का 75 प्रतिशत लोन मुहैया कराया जाता है. बता दें कि मछली पालन ठहरे हुए पानी और बहते हुए पानी, दोनों तरह से किया जा सकता है. अगर बहते हुए पानी में मछली पालन (Fish Farming) किया जाए, तो उसे 'रिसर्कुलर एक्वाकल्चर सिस्टम' कहा जाता है. इसी तरह पहाड़ों पर किसी झरने के किनारे मछली पालन किया जा सकता है. इसके अलावा मैदानी इलाकों में ठहरे हुए पानी में मछली पालन किया जाता है.

अगर आप 'रिसर्कुलर एक्वाकल्चर सिस्टम से मछली पालन (Fish Farming) करना चाहते हैं, तो इसके प्रोजेक्ट में लगभग 20 लाख रुपए की लागत आती है. इसमें आपको मात्र 5 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा. बाकी शेष 15 लाख रुपए के लिए लोन मिल जाएगा. आपको इस लोन में सब्सिडी भी मिल जाएगी. सबसे पहले आपको एक प्रोजेक्ट बनाकर जिला मछली पालन विभाग में जमा करना होगा. यहां आपके प्रोजेक्ट पर विचार किया जाएगा. इसके बाद आगे भेजा जाएगा.

इन मछलियों का होता है पालन

रोहू
सिल्वर
ग्रास
भाकुर
नैना मछलियों

इन मछलियों को 200 से 400 रुपए किलो तक बेचा जा सकता है.

25 दिन में तैयार होती है फसल

तालाब में मछली बीज डालने के लगभग 25 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है. आप मछली के बीज किसी भी हैचरी से खरीद सकते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली, सहारनपुर, हरिद्वार, आगरा में मछली हैचरी हैं. आप यहां से बीज प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा हर जिले में मछली पालन विभाग होता है, जो कि पशुपालकों को हर तरह की मदद मुहैया करते हैं. खास बात यह है कि मछली पालन करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है.

मछली पालन से कमाई

अगर आपने एक बार मछली पालन (Fish Farming) करना शुरू कर दिया, तो आप इससे लगातार कमाई कर सकते हैं. आप एक एकड़ तालाब से हर साल लगभग 5 लाख रुपए की कमाई कर सकते हैं.  
महोदय, कृपया ध्यान दें, यद्यपि इसे (पोस्ट) तैयार करने में पूरी सावधानी रखने की कोशिश रही है। फिर भी किसी घटनाएतिथि या अन्य त्रुटि के लिए मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है । अतः अपने विवेक से काम लें या विश्वास करें। इस वेवसाइट का उद्देश मात्र सभी तक जानकारी पहंुचाना मात्र है। यह पोस्ट में दी गयी जानकारी धार्मिक विश्वास एवं आस्था, Whats-app एवं ग्रन्थों से पर आधारित है जो पूर्णता वैज्ञानिक नहीं है अधिक जानकारी के लिए अथवा पूरा प्रवचन सुनने के लिए मूल वेवसाइट पर जायें, किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया कमेन्ट बाक्स में लिखें। Agreement सहमति :- हमारी वेबसाइट का उपयोग करके, आप हमारे उक्त शर्तों/स्वीकरण के लिए सहमति देते हैं और इसकी शर्तों से सहमत होते हैं। किसी भी प्रकार के विवाद के लिए लखनऊ जिला के अन्तर्गत न्यायालयों, फारमों, आयोगों, मध्यस्थ अथवा उच्च न्यायालय, लखनऊ में ही वाद की सुनवाई की जायेगी।